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वो तेरी दुनिया

अलगनी पर टांग आया हूं
उन्हें गीले कपड़ों की तरह
तुम्हें फुर्सत मिले अगर
अपनी आभासी दुनिया से कभी
तो दरवाज़ा खोल कर
एक बार बाहर आना
वो वहीं मिलेंगे गेट के पास
जहां मैं उन्हें छोड़ आया था
मुमकिन है उनमें थोड़ी जान बची हो
सांस बाकी हो
लेकिन तुम उनके बहकावे में
मत आना
पास के किसी नाले में
उनका तर्पण कर आना
आखिर वो
मेरे एहसास जो ठहरे

 रा.त्रि

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