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सुना है......



केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के दफ्तर के कर्मचारी आजकल परेशान हैं। वजह...सिब्बल के कंप्यूटर पर गालियों में लिपटी मेलों का झमाझम आना। माना जा रहा है कि ऐसा , अन्ना के आंदोलन के बाद हुआ है। रोज़ सुबह कंप्यूटर खोलते ही सैकड़ों मेलें भरभरा कर सामने आ जाती हैं। कर्मचारियों में से एकाध ने मंत्री जी को इस बारे में बताया तो सिब्बल ने एक की जिम्मेदारी सिर्फ मेल डिलीट करने की लगा दी। ताकीद की गई है कि वो कर्मचारी मेल सिर्फ डिलीट करे, भूल से भी उसे पढ़ें नहीं। ये फैसला भी यकायक नहीं हुआ। दफ्तर पहुंचते ही एक दिन जब सिब्बल को किसी कर्मचारी ने ऐसी मेलों के बारे में बताया, तो पहले तो उन्होंने हंस कर टाल दिया। लेकिन जब ऐसा रोज़ सुबह होने लगा, तो उन्हें अपने एक कर्मचारी को इस जिम्मेदारी पर लगाना पड़ा कि वो रोज़ सुबह दफ्तर आते ही ऐसी सारी मेलें डिलीट कर दे॥लेकिन उसे पढ़े नहीं। अब कर्मचारी सांसत में हैं कि बिना पढ़े किसी मेल को डिलीट कैसे किया जा सकता है भला। लिहाज़ा वो मेल बाकायदा पढ़ते हैं , मुंह दबा कर हंसते हैं, फिर उसे डिलीट कर देते हैं।

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1 comments:

Ruchi Rai said...

नेता जी की हंसी का असल मतलब ये हैं की नादान जनता तुम चाहे मुझे कितनी वाहियात मेल लिखो, बोल बोलो, मैं इतना बेशर्म हूं की शर्म मेरे पास आते ही मुझ पे से फिसल जाती है... अगर हम देश की भलाई और तुम्हारा ध्यान देते रहेंगे तो भला हमारा बैंक ऐकॉउंट कैसे भरेगा... और वैसे भी बदनाम हुए तो क्या हुआ नाम तो हुआ ना !!! इस लाइन को हमारे देश के नेता दिन में एक बार नहीं कई बार पढ़ते हैं और सच्चे दिल से अमल भी करते हैं... जय हिन्द