मैं
देखती थी तुम्हें
लेमन येलो कलर की शर्ट में
और तुम जाने क्या करते रहते थे
नीचे देखते हुए
दाहिने पैर के
अंगूठे से ज़मीन खोदते हुए
और जैस ही तुम
सिर ऊपर उठाते थे
मैं अपनी आंखें कहीं और
घुमा लेती थी
बहाना था वो मेरा खुद से
कि ‘मैं तुम्हें नहीं देख रही थी ‘
हकीकत भी यही है कि
मैं दरअस्ल तुम्हें नहीं
.......
.......
खुद को देखती होती थी।
--रा.त्रि
देखती थी तुम्हें
लेमन येलो कलर की शर्ट में
और तुम जाने क्या करते रहते थे
नीचे देखते हुए
दाहिने पैर के
अंगूठे से ज़मीन खोदते हुए
और जैस ही तुम
सिर ऊपर उठाते थे
मैं अपनी आंखें कहीं और
घुमा लेती थी
बहाना था वो मेरा खुद से
कि ‘मैं तुम्हें नहीं देख रही थी ‘
हकीकत भी यही है कि
मैं दरअस्ल तुम्हें नहीं
.......
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खुद को देखती होती थी।
--रा.त्रि
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