RSS

गुस्सा थूकिये पाटिल साहब


पूज्य आर आर पाटिल साहब


पहली बार आपको लिख रहा हूं..इसलिए संबोधन में कौनो गुस्ताखी भई हो..त माफ करिएगा...लेकिन हम सोचे कि पूज्य तो आप हइयै हैं ... त ओहीं से सुरू करते हैं... आपको टीवी चैनल पर बड़ा गुस्सा में देखे आज...बहुत फायर हो रहे थे आप...का बात रही पाटिल साहब...राहुलवा प गुस्सा गए का ?...पागल है..अरे भाई, मारना ही था तो लाठी से मारता 10-20 बिहारियों के झुंड में आकर...जहां पा जाता मराठियों को वहीं मारता...उसी तरह जैसे मराठी मानुस बिहारियों को पीटे थे...एकदम सिवाजी का स्टाइल में...अचानक धोखे से सब काम ! लेकिन ओ जानता नहीं न था आप सब के बारे में कि कइसे लड़ते हैं आप सब...पत्ते नहीं था ससुरों को....लेकिन पाटिल साहब , ई मराठी मानुस अपनी ही ज़मीन पर आज तक कुछ कर काहे नहीं पाया...??? बस एक्के बात सीखा है ???? धोखे से मारना...पढ़ लिखकर नौकरी खोजने आए लोगों को ईंटा-पत्थर मारना ? लेकिन तब आपका इ नियम कहां गया था पाटिल साहब--कि गोली का बदला गोली से देंगे और पुलिस ने सब ठीक किया है.....ऐं..??? ई बयान के लिए आदेस मिला था का आपको-अरे ओही अपने पवार साहब से ? आपके गाडफादर भाई ?? अरे मरद आदमी हैं त सिवाजी की तरह नही...जयपरकास नारायण की तरह लड़िये न भाई....बिना लाठी के....औ राज ठाकरे के गुंडों को तो संभाल नहीं पाए लेकिन बिहारी भइयों पर अपना नियम चला दिए ? औ कहां तक लड़ियेगा बिहारियों और यूपी के भइयों से....आईएएस का तैयारी करता है भाई लोग... तो रेलवई का बाबू त बनबे करेगा न भाई कम से कम। आप कर लीजिये बराबरी उसका .... लेकिन उसकी बजाय आप मारपीट पर उतारू हैं...असावधान लोगों पर लाठी ???


जादा नहीं लिखेंगे..काहेकी हम सब ऊ लोग हैं जो कम में जादा बात करै वाले लोग हैं...लिखना थोर,समझना ढेर....आप भी समझिये....इ कुरसी वुरसी जादा दिन नहीं रहता.....कल को जब गद्दी पर से उतार दिये जाइएगा न...तो इहे पुलिस वाला लाठी मारेगा आपको ....ध्यान रखियेगा


आपैका सुभेच्छु

  • Digg
  • Del.icio.us
  • StumbleUpon
  • Reddit
  • RSS

7 comments:

पवन मिश्रा said...

अब का कहीं भइया,
हमरे लइका के कुल मार दिहने और बनिहें सिवाजी क चेला.
सच में मन रोअत बा, अइसे में त बद्दुआ भी नइखे निकलत ह.
बहुते बुरा कुल कईलें.

सचिन मिश्रा said...

diwali ki hardik subhkamnayein.

ghughutibasuti said...

क्या कहें ?
आपको व आपके परिवार को दीपावली की शुभकामनाएं ।
घुघूती बासूती

दिनेशराय द्विवेदी said...

दीपावली पर हार्दिक शुभकामनाएँ। दीपावली आप और आप के परिवार के लिए सर्वांग समृद्धि और खुशियाँ लाए।

सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी said...

वाह! क्या बात है…। बहुत मजेदार पोस्ट रही ये।
============================
!॥!दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं!॥!
============================

Manojtiwari said...

राज ठाकरे को कुछ भी बोलने का कोई फायदा नहीं है क्योंकि राज ठाकरे बेवकूफ नहीं है वो इस आग का नतीजा अच्छी तरह जानता है और इससे होने वाले फायदे भी जानता है क्योंकि वो तो वोही कर रहा है जो उसने अपने काका बाला साहब ठाकरे से सीखा है दूसरा ये सब करके वो अपने प्रतियोगी उद्धव ठाकरे से काफी आगे निकल जाना चाहता है फिर उसके ऊपर अब बाला साहब ठाकरे का हाथ भी नहीं है वो जानता है की बाला साब ठाकरे के दिन लद गए है और वो अपना स्थान जल्दी ही खाली करने वाले हैं और बाला साहब को प्यार करने वाले उनकी जगह उसे ही लेने देंगे जो उनकी जैसी आक्रमकता का प्रदर्शन करगा बस राज ठाकरे वोही तो कर रहा है चाहे इसमें आम जानता पिसती है तो पिसे भाई उसके बाप का क्या जाता है ये खून खराबा आखिर उसकी गद्दी तो सुरक्षित तो कर ही रहा है अब बात कांग्रेस की कम्युनिस्ट को कमजोर करने के लिए तब कोंगरेसस ने शिवसेना का साथ दिया था और बाद में इस शिव सेना ने उसे महाराष्ट्र की राजनीति में बौना बना दिया था आज कांग्रेस शिव सेना को कमजोर करने के लिए वो ही खेल रही है लगता है कांग्रेस इतिहास से कुच्छ सीखना ही नहीं चाहती उम्मीद है कांग्रेस को अपने लगाये इस गणित से फिर वो ही परिणाम मिलेंगे
आपका
मनोज कुमार तिवारी

Manojtiwari said...

राज ठाकरे को कुछ भी बोलने का कोई फायदा नहीं है क्योंकि राज ठाकरे बेवकूफ नहीं है वो इस आग का नतीजा अच्छी तरह जानता है और इससे होने वाले फायदे भी जानता है क्योंकि वो तो वोही कर रहा है जो उसने अपने काका बाला साहब ठाकरे से सीखा है दूसरा ये सब करके वो अपने प्रतियोगी उद्धव ठाकरे से काफी आगे निकल जाना चाहता है फिर उसके ऊपर अब बाला साहब ठाकरे का हाथ भी नहीं है वो जानता है की बाला साब ठाकरे के दिन लद गए है और वो अपना स्थान जल्दी ही खाली करने वाले हैं और बाला साहब को प्यार करने वाले उनकी जगह उसे ही लेने देंगे जो उनकी जैसी आक्रमकता का प्रदर्शन करगा बस राज ठाकरे वोही तो कर रहा है चाहे इसमें आम जानता पिसती है तो पिसे भाई उसके बाप का क्या जाता है ये खून खराबा आखिर उसकी गद्दी तो सुरक्षित तो कर ही रहा है अब बात कांग्रेस की कम्युनिस्ट को कमजोर करने के लिए तब कोंगरेसस ने शिवसेना का साथ दिया था और बाद में इस शिव सेना ने उसे महाराष्ट्र की राजनीति में बौना बना दिया था आज कांग्रेस शिव सेना को कमजोर करने के लिए वो ही खेल रही है लगता है कांग्रेस इतिहास से कुच्छ सीखना ही नहीं चाहती उम्मीद है कांग्रेस को अपने लगाये इस गणित से फिर वो ही परिणाम मिलेंगे
आपका
मनोज कुमार तिवारी